Jan 9, 2024, 03:02 PM IST

भीम में कैसे आया था 10 हजार हाथियों का बल

Rahish Khan

महाभारत में ऐसे कई योद्धा थे, जो बेहद शक्तिशाली थे. इनका मुकाबला करना हर किसी की बसकी बात नहीं थी.

इनमें एक योद्धा थे पांडु पुत्र भीम, जो गदा चलाने में भी माहिर थे. भीम पांच पांडवों में दूसरे नंबर के थे.

महाभारत काल में बलराम के बाद सबसे ताकतवर भीम ही थे. उनके पास 10 हजार हाथियों का बल था.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि साधारण से दिखने वाले भीम के अंदर इतनी शक्ति कैसे आई थी?

दरअसल, भीम बचपन से काफी शक्तिशाली थे. उन्हें दौड़ने, कुश्ती लड़ने का बहुत शौक था.

बचपन में वह सभी खेलों में धृतराष्ट्र के पुत्रों यानी कौरवों को हरा देते थे. उनकी ताकत से दुर्योधन में ईर्ष्या पैदा हुई.

एक बार दुर्धोधन ने गंगा तट पर शिविर लगवाया. उसमें खाने-पीने और खेलने कूदने की पूरी व्यवस्था की. 

इस शिविर में दुर्योधन ने पांच पांडवों को भी बुलाया. इस दौरान दुर्धोधन ने खाने में जहर मिलाकर भीम को खिला दिया. 

विषभरा खाना खाकर जब भीम बेहोश हो गए थे दुर्योधन ने दु:शासन के साथ मिलकर उन्हें गंगा में फेंक दिया.

भीम बेहोशी की हालत में बहते हुए नागलोक पहुंच गए. जहां सापों ने उन्हें खूब डंसा. जिससे उनके शरीर का जहर भी कम हो गया.

जब भीम को होश आया तो वह आसपास सांपों को देखकर घबरा गए और उन्हें मारने लगे.

जिससे डरकर सांप नागराज वासुकि आर्यक नाग के पास चले गए और उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया.

नागराज जब वहां पहुंचे तो उन्होंने भीम को पहचान लिया. दरअसल आर्यक नाग भीम के नाना के नाना थे. 

इसके बाद नागराज वासुकि भीम को अपने साथ नागलोक लेकर गए. वहां उन्होंने भीम को उन कुण्डों का रस पिलाया जिसमें हजारों हाथियों का बल था.

रस पीकर भीम 8 दिन तक सोते रहे और जब जागे तो उनमें 10 हजार हाथियों की शक्ति आ गई थी.