Dec 8, 2023, 11:00 AM IST

महाभारत में संजय को किसने दी थी दिव्य दृष्टि

Rahish Khan

महाभारत में अक्सर संजय का नाम सुनने में आता है. वह इकलौते ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी दिव्य दृष्टि से महाभारत युद्ध को साक्षात देखा था.

संजय ने महाभारत युद्ध का विस्तृत वर्णन धृतराष्ट्र को सुनाया था. वह धृतराष्ट्र के सारथी और महर्षि वेदव्यास के शिष्य थे.

कुरुक्षेत्र के मैदान में लड़ा गया महाभारत युद्ध में जो भी हुआ वो संजय की दृष्टि से नहीं छुप सका.

सवाल यह उठता है कि कुरुक्षेत्र से सैंड़कों किमी दूर बैठकर संजय ने युद्ध को कैसे देखा और धृतराष्ट्र को युद्ध की पूरी कहानी कैसे बताई.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, युद्ध शुरू होने से पहले महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास ने संजय को दिव्य दृष्टि प्रदान की थी.

महर्षि वेदव्यास इस युद्ध को रुकवाने के लिए धृतराष्ट्र के पास गए थे. लेकिन धृतराष्ट्र ने कहा कि मैं इस युद्ध को नहीं रुकवा पाऊंगा

वेदव्यास ने कहा कि अगर आप युद्ध को नहीं रुकवा सकते तो दिव्य दृष्टि लीजिए और अपनी आखों से सबकुछ तबाह होते हुए देखिए.

इसपर धृतराष्ट्र कहते हैं कि जिन बच्चों को मैंने चलते नहीं देखा उन्हें अब मैं युद्ध में मरता कैसे देख सकता हूं.

आप यह दिव्य दृष्टि संजय को दे दीजिए ताकि वह मुझे युद्ध का पूरा आखों हाल सुना सके.

इसके बाद महर्षि वेदव्यास ने संजय को दिव्य दृष्टि दी और उन्होंने महाभारत युद्ध का पूरा विवरण देखा. फिर धृतराष्ट्र को आकर सुनाया.