Nov 27, 2023, 03:52 PM IST

कौन हैं रैट माइनर्स, जिनके सहारे उतरकाशी में 41 जिंदगियां

Rahish Khan

उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को अभी तक नहीं निकाला जा सका है. 12 नवंबर से ही मजदूर टनल में फंसे हुए हैं.

मजदूरों को निकालने के लिए 80 सेंटीमीटर व्यास की आखिरी 10 मीटर की पाइप बिछाने का काम पिछले 4 दिनों से नहीं हो पाया है.

क्योंकि ड्रिल करने वाली ऑगर मशीन टूटकर अंदर फंस गई थी. अभी तक सिर्फ 48 मीटर तक ड्रिलिंग ही हो पाई है.

विकल्प के तौर पर सेना के जवान पहाड़ी के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग कर रहे हैं जो 30 मीटर तक हो चुकी है, लेकिन वहां भी पानी निकलने की वजह से काम बंद हो गया.

भारी भरकम मशीनों के फेल हो जाने के बाद अब सुरंग से 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स को बुलाया गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये रैट माइनर्स कौन हैं.

रैट के नाम से ही समझा जा सकता है कि ये कौन होंगे. दरअसल चूहे की तरह कम जगह में तेज खुदाई करने वाले विशेषज्ञों की एक टीम है, जिनके भरोसे अब सुरंग के 41 मजदूरों की जिंदगी है. 

यही लोग 48 मीटर से आगे की खुदाई हाथ से करेंगे. इसके लिए इनके पास हथौड़ा, साबल और खुदाई करने वाले अन्य टूल्स मौजूद रहेंगे. 

6 रैट माइनर्स की एक टीम उत्तरकाशी पहुंची है. जिनके पास दिल्ली और अहमदाबाद में इस तरह का काम का अनुभव है.

रैट माइनर्स टीम के दो लोग पाइपलाइन के जरिए अंदर जाएंगे, एक आगे का रास्ता बनाएगा और दूसरा मलबे को ट्रॉली में भरेगा.