Mar 4, 2025, 09:14 AM IST

यह खूंखार डाकू पाकिस्तान से ले आया था अपनी कुलदेवी

Smita Mugdha

चंबल क्षेत्र में डाकुओं के कई गैंग सक्रिय थे और एक दौर में इस क्षेत्र के लोग डकैतों के नाम से भी कांपते थे. 

चंबल क्षेत्र के कुख्यात डाकुओं में से ही एक डकैत मलखान सिंह थे जिनके गैंग की इलाके में तूती बोलती है. 

मलखान सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह आल्हा उदल के चचेरे भाई थे और शारीरिक तौर पर बहुत मजबूत थे. 

डाकू मलखान सिंह रणकौशला देवी की पूजा करता थे. कहा जाता है कि पाकिस्तान के हिंगलाज से वह देवी की प्रतिमा लेकर आए थे.

माना जाता है कि रणकौशला देवी ने मलखान को तलवार भेंट की थी और इस वजह से उन्हें विजय का वरदान मिला था. 

मां रणकौशला देवी को स्थानीय लोग रेहकोला देवी के नाम से भी पूजते हैं. माता का यह सिद्धदात्री स्वरूप है. 

मलखान सिंह ने 15 जून, 1982 को मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने सरेंडर कर दिया था.

मलखान सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह सुबह उठकर देवी की उपासना करते थे और दिन भर काफी कम बोलते थे. 

जेल से निकलने के बाद मलखान सिंह ने सार्वजनिक जीवन में समाज सुधार के काफी काम किए थे.