May 21, 2024, 08:19 PM IST

लखनऊ नहीं, इस शहर से हुई थी टुंडे कबाब बनाने की शुरुआत

Rahish Khan

लखनऊ के टुंडे कबाब (Tunde ke kabab) देशभर में फेमस हैं. इनका स्वाद ऐसा है कि लोग खाने के लिए खिंचे चले आते हैं.

लखनऊ में टुंडे कबाब की शुरुआत 1905 में हुई थी. हाजी मुराद अली अकबरी गेट के पास एक छोटी सी दुकान लगाए करते थे.

हालांकि, उससे पहले ही इसे बनाने की शुरुआत हो चुकी थी. मुराद अली के बेटे रईस अहमद बताते हैं कि उनके पुरखे भोपाल के नवाब के यहां बावर्ची हुआ करते थे.

नवाब खाने-पीने के शौकीन थी. उन्हें नॉनवेज खाना बहुत पसंद था. लेकिन बढ़ती उम्र के साथ नवाब और उनकी बेगम के दांत कमजोर हो गए.

उनसे नॉनवेज नहीं चबाया जाता था. इसलिए कबाब का ईजाद किया गया. जिन्हें बिना दांत वाले भी खा सकें.

बुजुर्ग लोगों के पेट का ख्याल रखते हुए कबाब बनाने में पिसा हुआ बीफ के साथ पपीते का भी इस्तेमाल किया गया.

इसकी वजह से कबाब मुंह में जाते हैं और पेट भी दुरुस्त रहता है. स्वाद के लिए इसमें अच्छी क्वालिटी के मसाले इस्तेमाल किए जाते हैं.