Mar 2, 2025, 11:07 AM IST
क्या थी औरंगजेब की आखिरी ख्वाहिश
Anamika Mishra
औरंगजेब ने अपने अंतिम समय में कुछ ख्वाहिशें जाहिर की थीं.
औरंगजेब चाहता था कि उसे दफना कर उसकी कब्र पर एक चबूतरा बना दिया जाए जहां फूल खिल सकें.
औरंगजेब ने एक खत में लिखा था कि कुरान लिखकर और बेचकर जो 305 रुपये कमाए हैं उन्हें काजी और गरीबों में बांट दिया जाए.
औरंगजेब यह भी चाहता था कि उसकी मौत पर कोई संगीत या कार्यक्रम न हो.
औरंगजेब की आखिरी ख्वाहिश थी कि वह खुले चेहरे के साथ अल्लाह का सामना करें इस वजह से दफन करते वक्त उसके चेहरे को न ढका जाए.
औरंगजेब चाहता था कि जहां उसकी मृत्यु हुई वहीं उसके शरीर को दफन किया जाए, इस वजह से उसे महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ही रखा गया.
औरंगाबाद के खुल्दाबाद में शेख जैनुद्दीन साहब को औरंगजेब अपना गुरु मानता था. उन्हीं की दरगाह के पास उसे दफनाया गया था.
यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टी नहीं करता है.
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