राजनीति से एक दिन की छुट्टी मिली तो क्या करेंगे अमित शाह
Meena Prajapati
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि अगर उन्हें राजनीति से एक दिन की छुट्टी मिली तो वे किताबें पढ़ना चाहेंगे और शास्त्रीय संगीत सुनना चाहेंगे.
न्यूज 18 के राइजिंग भारत समिट में एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री ने बताया कि उनके पास 8000 किताबें हैं. उनमें से कई किताबें अभी पढ़ी नहीं हैं.
उन्होंने बताया कि वे शास्त्रीय संगीत के भी शौकीन हैं. अगर उन्हें मौका मिला तो वे संगीत सुनते हुए किताबें पढ़ना चाहेंगे.
शाह ने इस दौरान ज्वलंत मुद्दे जैसे वक्फ कानून, परिसीमन और भाषा विवाद पर भी अपनी बात रखी.
उन्होंने विभाजन, वक्फ विधेयक और एक साथ चुनाव के विचार पर कांग्रेस के विरोध को लेकर भी उस पर तीखा हमला बोला.
शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसी ही भावनाएं दोहराईं और कहा कि अविभाजित भारत के मुसलमान विभाजन नहीं चाहते थे, और इसके लिए उन्होंने कांग्रेस और उसके 'तुष्टिकरण की राजनीति' को दोषी ठहराया.
उन्होंने एक राष्ट्र एक चुनाव (ONOE) पर चल रही बहस पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि आने वाले दो-तीन सालों में कोई भी पार्टी इसका विरोध नहीं कर पाएगी क्योंकि यह लोगों के हित में है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जो पार्टी सत्ता पाने के लिए विधानसभा भंग कर चुनाव कराती थी, वही अब कह रही है कि ONOE असंवैधानिक है.
उन्होंने कहा कि पुरानी पार्टी ने पहले सात विधानसभाओं को भंग कर एक साथ चुनाव कराए थे.