Feb 14, 2024, 06:54 PM IST

जानें कौन हैं भारत की पहली महिला उद्यमी

Puneet Jain

भारत की पहली महिला उद्यमी का नाम कल्पना सरोज है.

कल्पना सरोज का जन्म महाराष्ट्र के अकोला जिले के छोटे से गांव रोपरखेड़ा में एक गरीब परिवार में हुआ था.

वह सरकारी स्कूल में पढ़ती थीं और पढ़ाई में काफी तेज थीं, लेकिन दलित होने के कारण स्कूल में उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था.

महज 12 साल की उम्र में ही उनकी शादी उनसे 10 साल बड़े लड़के से कर दी गई.

ससुराल में उनके साथ बद्तर बर्ताव किया जाता था. छोटी-छोटी गलतियों पर उनका खाना बंद कर दिया जाता था और उनके बाल पकड़ कर उन्हें मारा जाता था.

एक दिन उनके पिता कल्पना के घर उनसे मिलने गए और बेटी की ऐसी दुर्दशा देख, वह उन्हें गांव वापस ले गए.

16 साल की उम्र में वे अपने चाचा के पास मुंबई चली गईं. कल्पना को सिलाई का काम आता था इसलिए उनके चाचा ने उन्हें कपड़ा मिल में नौकरी दिलवा दी, जहां उन्हें रोजाना दो रुपये मिलते थे.

इसके बाद सिलाई और बुटीक के काम में बढ़ता स्कोप देख कर, उन्होंने एक बुटीक शॉप खोलने का निर्णय लिया.

दलितों को मिलने वाला 50,000 हजार का सरकारी लोन लेकर उन्होंने एक सिलाई मशीन और कुछ अन्य सामान खरीदा और एक बुटीक शॉप खोली.

22 साल की उम्र में उन्होंने फर्नीचर का बिजनेस शुरू किया और स्टील फर्नीचर के एक व्यापारी से शादी कर ली.

साल 1989 में उनके पति का निधन हो गया. 

कल्पना की मेहनत और संघर्ष के बदौलत मुंबई में उन्हें पहचान मिलने लगी.

सुप्रीम कोर्ट ने सालों से बंद पड़ी कामनी ट्यूब्स नाम की कंपनी को फिर से चालू करने का हक कंपनी के कामगारों को दे दिया था. इन्हीं कामगारों और कल्पना सरोज ने मिलकर कंपनी को दोबारा खड़ा किया.

कई विवादों के चलते कामनी टयूब्स साल 1988 से बंद पड़ी थी. कामनी की मेहनत ने इस कंपनी में जान फूंक दी और कामनी टयूब्स आज करोड़ों का टर्नओवर दे रही है.