Apr 3, 2024, 06:52 PM IST

भारत में सबसे पहले किसने लगाया था जजिया कर?

Rahish Khan

भारत में जजिया कर (Jizya Tax) की शुरूआत मुगल साम्राज्य के पहले से ही हो गई थी.

जजिया टैक्स गैर-मुस्लिम लोगों से लिया था. उस दौरान कई देशों में जजिया कर वसलूने की परंपरा थी.

भारत में सबसे पहले इसकी शुरुआत मुहम्मद बिन कासिम की थी. उन्होंने सिंध प्रांत के देवल में जजिया कर लगाय था.

इसके बाद जजिया टैक्स लगाने वाला दिल्ली सल्तनत का सुल्तान फिरोज शाह तुगलक था.

मुस्लिम शासक इस रकम का इस्तेमाल, दान, तनख्वाह, लोगों के कामकाज और पेंशन बांटने के लिए करते थे.

फिरोज शाह तुगलक पहले ऐसे शासक थे जिन्होंने ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगा दिया था. इसके विरोध में दिल्ली के ब्राह्मणों भूख हड़ताल पर बैठ गए थे.

इस कर की शुरुआत भी देश के अलग-अलग हिस्सों में हो गई थी. 11वीं सदी में अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में भी ये लिए जाने लगा.

आगे चलकर कुछ मुस्लिम शासकों ने इसका विरोध किया और इस टैक्स को बंद करने की मांग की.

मुगलों की तीसरी पीढ़ी जब अकबर का शासन शुरू हुआ तो उन्होंने जजिया कर पर रोक लगा दी थी.