Jan 23, 2024, 08:34 PM IST

कौन थे कर्पूरी ठाकुर, जिन्हें मरणोपरांत मिलेगा भारत रत्न

Kavita Mishra

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की 100वीं जयंती से एक दिन पहले यह सम्मान देने का एलान किया है. 

ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि कर्पूरी ठाकुर कौन थे. कर्पूरी ठाकुर पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे.

24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर में जन्मे कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के सीएम रहे पर एक भी बार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए.

मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने बिहार में पिछड़े वर्गों के लिए मुंगेरी लाल आयोग की अनुशंसा लागू कर आरक्षण का रास्ता खोल दिया था. 

कर्पूरी ने ही बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में अंग्रेजी पास करने की अनिवार्यता को खत्‍म किया. 

उन्‍होंने ही सबसे पहले बिहार में शराबबंदी लागू की थी. उनकी सरकार गिरने पर राज्य में फिर से शराब के व्यवसाय को मान्‍यता मिल गई थी. 

1952 की पहली विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद कर्पूरी ठाकुर बिहार विधानसभा का चुनाव कभी नहीं हारे. 

कर्पूरी ठाकुर का निधन 64 साल की उम्र में 17 फरवरी, 1988 को दिल का दौरा पड़ने से हुआ था.