Jan 2, 2025, 01:16 PM IST
15 साल की उम्र में वह पहली बार विमान में बैठे थे, जिसने उनके उड्डयन क्षेत्र के सपने को जन्म दिया.
जे.आर.डी. टाटा को 10 फरवरी 1929 को भारत का पहला पायलट लाइसेंस मिला.
15 अक्टूबर 1932 को उन्होंने कराची से मुंबई तक पहली मेल फ्लाइट उड़ाई.
उन्होंने 1932 में 'टाटा एयरलाइंस' की स्थापना की, जो बाद में 1946 में 'एयर इंडिया' बन गई.
जे.आर.डी. टाटा को भारतीय उड्डयन का पितामह माना जाता है.
8 जून 1948 को एयर इंडिया ने मुंबई से लंदन तक पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू की.
इस उड़ान में जे.आर.डी. टाटा के साथ नवाब आमिर अली खान और क्रिकेटर के.एस. दिलीपसिंहजी जैसे प्रतिष्ठित लोग भी शामिल थे.
जे.आर.डी. टाटा ने कराची से मुंबई उड़ान भरकर भारत में हवाई सेवा की नींव रखी, जो उस समय अविभाजित भारत का हिस्सा था.
जे.आर.डी. टाटा की पहल से भारतीय विमानन उद्योग ने वैश्विक पहचान हासिल की.