क्रिसमस का त्योहार दुनिया भर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. यह पर्व ईसाई धर्म के लिए बड़ा मायने रखता है.
इस दिन लोग केक काटकर क्रिसमस का आनंद उठाते हैं और एक- दूसरे को उपहार भी देते हैं.
आइए आपको बताते हैं कि हर साल क्रिसमस क्यों मनाया जाता है.
माना जाता है कि इस दिन ईसाई धर्म के संस्थापक प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. इस खुशी में यह पर्व उनके जन्म दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.
प्रभु यीशु का जन्म बेथलेहम शहर में हुआ था. वैसे तो क्रिसमस को दुनिया भर में लोग मनाते हैं लेकिन माना जाता है कि सबसे पहला क्रिसमस का त्योहार रोम शहर में मनाया गया था.
कहा जाता है कि कि 336 ईसवी पूर्व में वहां के सबसे पहले ईसाई रोमन सम्राट जो कि ईसा मसीह के अनुयायी थे.
जिन्होंने सबसे पहली बार 25 दिसंबर को जीसस क्राइस्ट के जन्मदिवस के रूप में मनाया था.
कुछ सालों बाद पोप जुलियस ने इस दिन को जीसस क्राइस्ट के जन्मदिवस के रूप में मनाने की आधिकारिक घोषणा भी कर दी.
जिसके बाद से 5 दिसंबर को जीसस क्राइस्ट के जन्मदिवस के रूप में मनाने की परंपरा चली आ रही है.