Jul 29, 2024, 07:43 PM IST

सिंकदर हो या बाबर इस खास मौसम में करते थे आक्रमण

Rahish Khan

एक समय भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था. इसे लूटने के लिए अनेक विदेशियों ने आक्रमण किया.

इनमें चाहे सिकंदर हो या चीन का हूणों, मोहम्मद गजनी या फिर बाबर, सब ने एक खास मौसम में भारत पर आक्रमण किया.

यह खास मौसम बारिश का था. 16वीं शताब्दी ईस्वी तक आक्रमणकारी हिंदुस्तान पर मानसून में हमला करना पसंद करते थे.

एक स्टडी में पता चला है कि 16वीं शताब्दी तक 11 प्रमुख आक्रमणों में से 8 मानसून के दौरान किए गए थे.

भारतीय उपमहाद्वीप में लगातार अनुकूल मानसून के मौसम ने बाहरी आक्रमणों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई. 

मानसून में अच्छी पैदावार और धन ने हिंदुस्तान को बाहरी ताकतों के निशाने पर ला दिया था.

इस मौसम में आक्रमण करना उनके लिए इसलिए आसान था कि उनके पास हाथी और घोड़े की भारी तादाद थी.

हाथी-घोड़ों बारिश में फिसल नहीं सकते थे. इस मौसम में हिंदुस्तान के किसी भी क्षेत्र को टारगेट बनाना उनके लिए आसान होता था.

विदेशी ताकतें भारत में मसाले, हाथीदांत, सोना आदि जैसे कीमती संसाधनों की तलाशने आए थे.