Dec 15, 2024, 08:11 PM IST
सुखी वैवाहिक जीवन को एक गाड़ी के दो पहियों के समान माना जाता है, यानी अगर दोनों पहिए सही हो तभी गाड़ी आगे बढ़ती है.
पति -पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए दोनों का योगदान बहुत जरूरी है, इससे शादीशुदा जीवन बेहतर चलता है.
आचार्य चाणक्य ने सुखी दांपत्य जीवन के लिए कई गुण बताएं हैं, चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी को इन 3 चीजों पर शर्म नहीं करनी चाहिए.
पति-पत्नी को एक दूसरे पर अधिकार जताने में किसी तरह का लाज शर्म नहीं होनी चाहिए. क्योंकि अधिकार जताने से...
न केवल रिश्ता बेहतर होता है बल्कि और ज्यादा मजबूत होता है. ऐसे में अधिकार जताने पर शर्म नहीं करना चाहिए.
इसके अलावा पति-पत्नी को एक दूसरे पर प्यार जताने पर भी कभी लाज शर्म नहीं करना चाहिए, इससे रिश्ते में मधुरता आती है.
पति-पत्नी को एक दूसरे के प्रति समर्पित रहने में भी किसी तरह का संकोच नहीं करना चाहिए, हमेशा एक दूसरे का साथ देना चाहिए.
अगर एक दूसरे की कोई बात नाराज कर रहे है तो इसके बारे में बताए, इसमें कभी भी संकोच न करें. इससे रिश्ता मजबूत होता है.