Aug 13, 2024, 03:56 PM IST

तवायफों की डायरी में लिखी कौन सी बातें पढ़कर लोग सन्न रह जाते थे?

Smita Mugdha

तवायफों की जिंदगी खुली किताब की तरह मानी जाती थी, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं था. 

तवायफों के कोठों पर दिखने वाली चमक-दमक से अलग एक और जिंदगी भी होती थी जिसके कई राज़ थे. 

सोचिए कि आपके हाथ किसी नामचीन तवायफ की डायरी लग जाए, तो उसमें क्या कुछ लिखा मिल सकता है.

लीन श्नाइडर-केनर एक यहूदी लेखिका और कलाविद थीं. उन्होंने भारत यात्रा के दौरान तवायफों की जिंदगी को बहुत करीब से देखा था. 

अपनी किताब में उन्होंने अलग-अलग शहरों की तवायफों की सोच, जीवनशैली समेत तमाम बातों के बारे में लिखा है. 

लीन के मुताबिक, आगरा की बेहद अमीर तवायफों में से ज्यादातर के अंदर अपना प्रेमी पाने की इच्छा होती थी. 

लीन ने इसमें यह भी लिखा है कि कई तवायफों के अपने कद्रदानों से अलग कोठे के मर्दों के साथ भी प्रेम संबंध थे.

इनमें से कुछ तवायफें उम्र ढलने पर अकेलेपन से परेशान रहती थीं और अपना सिक्का जमाने के लिए तरह-तरह के उपाय करती थीं. 

कुछ तवायफों के अंदर कोठे की दुनिया से बाहर निकलकर अपनी जिंदगी स्वतंत्र ढंग से जीने की भी इच्छा होती थी.