Jun 2, 2024, 05:56 AM IST

 तवायफों की ये लत आदत में बदल जाती थी

Ritu Singh

तवायफों का नाम सुनते ही दिमाग में जो छवि बनती है वह पान चबाती हुई बनती होगी.

हीरामंडी ही नहीं, पान से कनेक्शन तवायफों का हमेशा से रहा है. पान खाना तवायफों के लिए एक रस्म जैसी हो गई थी.

पान खाना तवायफों के लिए मजबूरी थी जो बाद में लत में तबदील हो जाती थी. क्योंकि पान में तंबाकू होता था जो निकोटीन होता था.

पान खाने के पीछे एक नहीं कई, वजहें होती थीं. यही कारण है कि कोठे पर आने वाली हर लड़की को इसे खाना ही होता था.

पहली वजह ये थी कि पान खाने से होंठ लाल होते थे और मुंह से अच्छी खुशबू आती थी.

क्योंकि पुराने दौर में नवाब, व्यापारी या जौहरी अक्सर ही पान खाते थेऔर पान खाने वाली तवायफों को पसंद भी करते थे.

पान खाने की एक वजह ये भी थी पान खाने से वह अपनी भूख खत्म करती थीं जो उनके फिगर को भी बनाए रखता था.

पान के पत्ते कई आयुर्वेदिक गुणों से भरे होते हैं और कई बीमारियों का इलाज भी पान के सादे पत्ते को खाकर किया जाता है.