Aug 24, 2024, 09:40 AM IST

कुंती नहीं 'राधा' को माना जाता है कर्ण की असली मां

Nitin Sharma

महाभारत के महान योद्धाओं की बात होती है तो कर्ण का नाम जरूर आता है. 

कर्ण पांडवों के भाई और कुंती के सबसे पहले पुत्र थे, जो सूर्य की किरणों से कुंती की कोख में आएं थे. 

कर्ण सूर्य की तरह ही शक्तिशाली और महान योद्धा व दानवीर थे, लेकिन उन्हें जीवन में कई बार अपमान का सामना करना पड़ा. 

महाभारत में कुंती पुत्र कर्ण का श्रीकृष्ण ​की प्रिय राधा से भी सीधा संबंध था. 

महाभारत में राधा सूत की पत्नी और कर्ण की मां थी, जिन्होंने कर्ण का पालन पोषण किया था. 

राधा का विवाह हस्तिनापुर के राजा धृतराष्ट्र के सारथी अधिरथ से हुआ था.

राधा श्रीकृष्ण की बहुत बड़ी भक्त थी और हमेशा कृष्ण की भक्ति में डूबी रहती थी.

महाभारत के समय राधा ने श्रीकृष्ण से कर्ण की रक्षा की विनती की थी, लेकिन कर्ण के कर्मों की वजह से उनकी मृत्यु निश्चित थी.

इसलिए कृष्ण कर्ण के प्राणों की रक्षा नहीं कर सकते थे. तब कृष्ण ने राधा को वरदान दिया कि कर्ण को लोग हमेशा उनके नाम राधेय से जानेंगे.