मुगलों ने भारत पर करीब 300 साल तक राज किया था. इस दौरान उन्होंने दिल्ली समेत कई जगहों पर कब्जे किये.
लेकिन भारत में एक ऐसा शहर था, जहां मुगल जाने से घबराते थे. बताया जाता है कि मुगल इस शहर में जाने से डरते थे.
दरअसल इसकी वजह शहर में स्थित मंदिर में अघोर साधना, तंत्र मंत्र, जादू टोना और विशेष प्रकार के यज्ञ होना था.
यहां आज भी विशेष पद्धति की पूजा अर्चना से लेकर काला जादू तंत्र मंत्र किया जाता है.
दरअसल यह मंदिर असम के गुवाहटी में स्थित है. यहां मंदिर में सबसे ज्यादा तांत्रिक काम किया जाते हैं, इसलिए मुगल भी अपने जमाने में यहां जाने से डरते थे.
मां भगवती कामाख्या का मंदिर सिद्ध शक्तिपीठ सती के 51 शक्तिपीठों में से पहले स्थान पर आता है.
कामाख्या मंदिर देवी सती को समर्पित है. इस मंदिर में अघोरी से लेकर कई तांत्रिक काला जादू तंत्र मंत्र क्रिया करते हैं.
ऐसी मान्यता है कि अम्बूवाची त्योहार पर मां भगवती की महामुद्रा से तीन दिन तक खून की धाराएं बहती है, इसलिए मदिंर को काले जादू का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है.