तिहाड़ जेल से भागा ये शख्स अफगानिस्तान से लाया था पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां
Ritu Singh
1192 में तराइन की दूसरी लड़ाई में मोहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज को हराया और मारकर अफगानिस्तान के गजनी में अस्थियां ले गया था.
उसके बाद वहां के स्थानीय लोगों ने मोहम्मद गोरी की समाधि के पास ही वहां पर पृथ्वीराज चौहान की समाधि बना दी, ताकि वे अपने शासक की हत्या करने वाले हिंदू सम्राट को अपमानित कर सकें.
मोहम्मद गोरी की कब्र पर जाने से पहले पृथ्वीराज चौहान की समाधि पर जूते मारकर उसका अपमान कर रहे थे और यह सब वे कई सालों से कर रहे थे.
ये बात जब जेल में बंद एक शख्स को लगी तो वह तिहाड़ जेल से भागकर गजनी गया और वहां से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां ले आया.
ये शख्स था शेर सिंह राणा और जिसपर फूलन देवी की हत्या का आरोप रहा है. राणा ने अपनी किताब जेल डायरी- तिहाड़ से काबुल-कांधार तक में अपनी इस दिलेरी को बताया है.
शेर सिंह राणा तिहाड़ जेल से 17 फरवरी 2004 को फरार होकर सीधे अफगानिस्तान पहुंचा और वहां से पृथ्वीराज चौहान की रखी हुई अस्थियां 2005 में भारत ले आए.
इस पूरी घटना का बाकायदा राणा ने वीडियो भी बनाया।. इसके बाद राणा ने अपनी मां की मदद से गाजियाबाद के पिलखुआ में पृथ्वीराज चौहान का मंदिर बनवाया