Jun 18, 2024, 07:39 AM IST

शुगर कम करने से लेकर बवासीर के मस्से जलाने में कारगर है ये हरा पत्ता

Ritu Singh

आयुर्वेद में ऐसे कई पौधों का वर्णन है जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. 

ऐसे पौधों में कपास का पौधा भी शामिल है. इसे आक या मदार भी कहा जाता है. 

इन कपास की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. जो कब्ज, दस्त, घुटनों के दर्द, दांतों की समस्याओं में उपयोगी होते हैं. 

यह बवासीर के मस्सों को जलाने और डायबिटीज में शुगर को कम करने में भी फायदेमंद है 

 बवासीर में आक के पत्तों को बारीक बांटकर घाव पर लगाया जाए तो घाव जल्दी ठीक हो जाता है और दर्द से राहत मिलती है. 

कपास की पत्तियां इंसुलिन प्रतिरोध को रोकने में मदद करती हैं. यह रक्त शर्करा के स्तर में भी सुधार करता है.

कपास के पत्तों के जूस में विभिन्न प्रकार के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं. यह त्वचा पर सूजन और सूजन को कम करता है. यह त्वचा को संक्रमण से भी बचाता है. 

कपास के पत्ते सूजन को कम करने में मदद करते हैं. थोड़ा सा तेल गर्म करके पिंपल्स पर लगाएं. और मदार की पत्तियों से ढक दें. यह दर्द को ठीक करता है.