Jul 6, 2025, 04:43 PM IST
स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि सच को हजार तरीकों से बताया जा सकता है. इसके बाद भी वह सत्य ही रहेगा.
तुम्हें कोई न तो पढ़ा सकता है, न ही आध्यात्मिक बना सकता है. तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना होगा. आत्मा से बड़ा शिक्षक कोई नहीं है.
किसी दिन जब आपके सामने कोई समस्या न आए, तो आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं.
खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप होता है. इंसान को कभी भी खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए. इससे आप जीवन में पीछे रह जाएंगे.
उठो जागो और तब तक मत रुको, जब तक आप लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये. लक्ष्य प्राप्ति से पहले इंसान को कभी नहीं रुकना चाहिए.
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं, वो हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं. इसके बाद रोते हैं कि कितना अंधकार है.