इन 5 बुरी आदतों की वजह से व्यक्ति को झेलनी पड़ती है शर्मिंदगी
Nitin Sharma
आचार्य चाणक्य 20वीं सदी के बड़े विद्वान पुरुषों में से एक थे. उन्हें अर्थशास्त्र से लेकर समाजशास्त्र तक जैसी कई ग्रंथों का पूर्ण ज्ञान था.
आचार्य ने चाणक्य नीति की रचना की है. इसमें उन्होंने जीवन के हर पहलू को छुआ है. साथ ही कई तरह की शिक्षाएं प्रदान की है.
चाणक्य कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति को इन 5 बुरी आदतों को नहीं अपनाना चाहिए. इनकी वजह से आपको आपमान का सामना करना पड़ सकता है.
चाणक्य कहते हैं कि जो लोग अपने बलबूते कुछ नहीं कर पाते हैं, ऐसे लोग जीवन में असफल होते हैं. इनकी कोई इज्जत नहीं करता है.
जो लोग अपने से बड़े या छोटे का अनादर करता है. ऐसे लोगों को अपनी इस आदत को सुधार लेना चाहिए. अन्यथा ऐसे लोगों को जीवन में कभी मान सम्मान प्राप्त नहीं होता है.
चाणक्य नीति में कहा गया है जो लोग हर किसी के दोस्त बन जाते हैं. ऐसे लोग किसी के दोस्त नहीं होते हैं. इनका आदर कोई नहीं करता है.
चाणक्य नीति कहती है कि जो लोग बहुत ज्यादा मीठी मीठी बातें करते हैं. वह विश्वास पात्र नहीं होते. ज्यादा मिठास और बनावटीपन आपको लोगों से दूर कर देता है.
जो लोग बेजुबान जानवर या गरीबों पर क्रूरता दिखाते हैं. ऐसे लोगों को समाज में अपमान का सामना करना पड़ता है. ऐसे लोगों को कहीं पसंद नहीं किया जाता है.