Oct 21, 2024, 12:32 PM IST

सोने की परत चढ़ाकर तैयार होता है इस साड़ी का बॉर्डर, सिर्फ रानी-महारानी ही पहनती थीं

Smita Mugdha

दक्षिण भारत में मैसूर सिल्क साड़ी, कासावी, कांजीवरम सिल्क समेत कई तरह की साड़ियां मिलती हैं.

भारत की पहचान दुनिया भर में यहां मिलने वाली खूबसूरत साड़ियों और उनकी कलात्मकता भी है.

ऐसी ही एक मशहूर साड़ी है आंध्र प्रदेश की धर्मावरम साड़ी, जो एक वक्त में सिर्फ राजघराने की महिलाओं के लिए बनती थी.

यह साड़ी रेशम की होती है और इसका बॉर्डर गोल्डन होता है. इस साड़ी की कीमत भी लाखों तक पहुंच जाती है.

रानियों के लिए जब यह साड़ी बनाई जाती थी, तो इसके बॉर्डर पर सोने की परत चढ़ाई जाती थी. 

आंध्र प्रदेश में बनने वाली यह साड़ी सोने की परत चढ़ी हुई बॉर्डर और आर्टवर्क प्रिंट के लिए जानी जाती है. 

शादियों में पहनी जाने वाली इस साड़ी में सोने की ब्रोकेड पैटर्न, पशु-पक्षी डिज़ाइन, और मंदिर के चित्र उकेरे जाते हैं.

पुराने जमाने में खास रेशम के धागों से इन साड़ी पर सोने या चांदी के तारों की परत चढ़ाई जाती थी.

अब इन साड़ियों पर गोल्डन जरी की परत लगाई जाती है, लेकिन आज भी ये काफी महंगी होती हैं.