मनु भाकर के मेडल जीतने का रास्ता कुछ यूं हुआ था तय
Ritu Singh
मनु भाकर ने निशानेबाजी में ओलंपिक पदक जीतने का भारत का 12 साल लंबा इंतजार खत्म किया लेकिन मनु ने बहुत पहले ही इस पदक को जीतने का रास्ता तय कर लिया था.
शहर की हलचल से दूर, मनु भाकर हरियाणा के चरखी दादरी में चुपचाप अपने इस पदक की तैयारी सालों से कर रही थीं.
चलिए जानें कि कोरोनाकाल से लेकर मेडल जीतने तक कैसी थी मनु की मेडल के लिए तैयारी. खानपान के साथ कब -कैसे होती थी उनकी ट्रेनिंग.
मनु के प्रेक्टिस के लिए किसी भी दिन अवकाश नहीं लेती थीं. कोरोनाकाल में जब लोग घरों में बंद थे तब मनु इन-हाउस शूटिंग रेंज में अभ्यास करती थीं.
वह एक सरल लेकिन सख्त दिनचर्या का पालन करती रही थीं. मनु के दिन की शुरुआत सुबह 6 बजे योग से होती है, इसके बाद, वह प्रतिदिन लगभग छह घंटे प्रशिक्षण लेती है.
सुबह योग के साथ ध्यान और ब्रीथिंग एक्सरसाइच करने के बाद वह धपू में कुछ देर विटामिन डी लेती हैं .
उसके बाद वह सुबह 9.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक शूटिंग की ट्रेनिंग करती हैं.
जहां तक फिटनेस की बात है, मनु कोर वर्कआउट, स्किपिंग और परिवार के साथ छत पर शाम की अच्छी सैर करती हैं.
मनु स्किपिंग खूब करती हैं और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर फोकस करती हैं.
मनु शाकाहारी हैं इसलिए रोटी, दाल, सब्जी और अच्छी मात्रा में पनीर खाती हैं. घर पर मां के हाथ का खाना उनके लिए बेस्ट है.
इसके अलावा वह फल और दही भी खूब खाती है. उनकी डाइट में प्रोटीन और रफेज खूब होता है.
उनकी लाइफस्टाइल और मेंटल कंसंट्रेशन के पीछे वह अपनी इसी लाइफस्टाइल को श्रेय देती हैं.