गुस्से में क्यों कांपते हैं हाथ और लड़खड़ाने लगती है जीभ
Nitin Sharma
आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और खानपान के चलते युवा भी कई बीमारियों से जूझ रहे हैं. कम उम्र में ही लोग डिप्रेशन से लेकर एंग्जाइटी, हाइपटेंशन, डायबिटीज और ओबेसिटी से परेशान हैं.
यह सभी बीमारियां खराब लाइफस्टाइल और तनाव की देन है. इसके चलते ही व्यक्ति की मानसिक समस्याओं से जूझना पड़ता है. गुस्से का स्वभाव बढ़ जाता है.
गुस्सा आना एक नेचुरल प्रक्रिया है, लेकिन कुछ लोगों के एग्रेसिव होते ही उनका चेहरा लाल पड़ जाता है. हाथ पैरा कांपने लगते हैं और जीभ लड़खड़ाने लगती है.
आप जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है. बहुत से लोग क्यों इससे परेशान हैं तो आइए जानते हैं. गुस्से से कंपन का कनेक्शन.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, जो लोग इमोशनल नेचर के होते हैं. बहुत ज्यादा सोचते हैं या फिर छोटी छोटी बातों को मन में बिठा लेते हैं. ऐसे लोगों के दिमाग में स्ट्रैस हार्माेन का निर्माण नॉर्मल लेवल से ज्यादा होता है.
स्ट्रेस बढ़ाने वाले इस हार्मोन को कार्टिसोल हार्मोन कहा जाता है इसके बढ़ने पर दिमाग का शरीर से संतुलन हटने लगता है. इसी कारण व्यक्ति में कंपन शुरू हो जाता है.
स्ट्रेस कम होते ही कार्टिसोल हार्मोन कम होने लगता है. इससे ब्रेन बॉडी पर काबू पाने लगता है और व्यक्ति नॉर्मल हो जाता है.
रिसर्च की मानें तो महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में यह समस्या ज्यादा होती है. इस हार्मोन के अचानक से बढ़ने पर बॉडी एड्रलीन नामक जहरीला टॉक्सिन निकलाती है, जो पूरी बॉडी में फैल जाता है. यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)