Aug 26, 2024, 11:58 AM IST

मुगल हरम में शाम होते ही रानियों में क्यों बढ़ने लगती थी बेचैनी

Ritu Singh

मुगलों के हरम में सौ- दो सौ नहीं, बल्कि हजारों में रानियां होती थीं.

हरम में शाम के समय मुगल शासक आते थे और अपनी पसंदीदा रानी के साथ वक्त गुजारते थे.

लेकिन शाम होते ही रानियों में बेचैनी बढ़ जाती थी और हरम में हलचल भी.

रानियों की ये बेचैनी सिर्फ एक वजह से होती थी और इसके लिए वह खुद को खूब तैयार करती थीं.

बेचैनी की वजह ये थी की मुगल शासक उनके साथ वक्त गुजारेंगे या नहीं?

दोपहर बाद से ही हरम की रानियां खुद को सजाने-संवारने और आकर्षक बनाने के लिए जतन करती थीं.

क्योंकि जिसके साथ मुगल रात गुजारते थे उसकी हरम में अहमियत बढ़ जाती थी.

यही कारण था कि शाम के समय रानियां एक दूसरे से बढ़चढकर अपने हुनर और सौंदर्य का प्रदर्शन मुगल शासक के समाने करती थीं

ताकी मुगल शासक उनकों चुने और उनके साथ रात का वक्त गुजारे.