Mar 10, 2025, 01:46 PM IST

किन्नर श्मशान घाट में होली क्यों खेलते हैं?

Aditya Katariya

होली भारत का एक प्रमुख त्यौहार है और इस रंगों के त्योहार को किन्नर भी बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. हालाँकि, उनके मनाने का तरीका आम लोगों से थोड़ा अलग है.

ऐसा माना जाता है कि किन्नर समुदाय होली घर की बजाय श्मशान घाट पर मनाता है. 

किन्नर श्मशान घाट में क्यों खेलते हैं होली, आइए जानें इसके पीछे की वजह 

ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव श्मशान में निवास करते हैं और किन्नर भगवान शिव के भक्त होते हैं. इसलिए वे श्मशान में होली खेलकर खुद को भगवान शिव को समर्पित करते हैं.

ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव श्मशान में निवास करते हैं और किन्नर भगवान शिव के भक्त होते हैं. इसलिए वे श्मशान में होली खेलकर खुद को भगवान शिव को समर्पित करते हैं.

किन्नर समुदाय मृत्यु को जीवन का एक हिस्सा मानता है. उनका मानना ​​है कि मृत्यु अंतिम सत्य है, इसलिए इसे उत्सव के रूप में मनाया जाना चाहिए.

श्मशान में होली खेलकर वे मृत्यु के भय को दूर करने और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने का संदेश देते हैं.

किन्नर समाज को अक्सर समाज में भेदभाव का सामना करना पड़ता है. श्मशान में होली खेलकर वे समाज को संदेश देते हैं कि वे भी सामान्य लोगों की तरह त्योहार मना सकते हैं.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.