May 9, 2025, 02:13 PM IST
जब बात पुराने घर की आती है, तो हमारे दिमाग में सबसे पहले दो पल्लों के दरवाजे आते हैं. इस तरह के दरवाजे न सुरक्षा के लिहाज से तो महत्वपूर्ण थे ही.
साथ ही इनका सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व भी था. ऐसे में आइए जानते हैं पुराने घरों में 2 पल्ले के दरवाजे क्यों लगाए जाते थे, क्या थी वजह...
दरअसल 2 पल्ले वाले ज्यादा मजबूत होते थे, इस तरह के दरवाजों को तोड़ना या खोलना मुश्किल होता था, जिससे घर की सुरक्षा बढ़ती थी.
कहा जाता है कि बड़े और दो पल्ले वाले दरवाजे घर के मालिक की सामाजिक प्रतिष्ठा को दर्शाते थे, ऐसे दरवाजे मेहमानों के भव्य स्वागत का प्रतीक थे.
घर में 2 पल्ले के दरवाजे लगानी की एक और वजह था वास्तु शास्त्र, मान्यता है कि दो पल्ले वाले दरवाजे घर में पॉजिटिव एनर्जी लाते हैं.
माना जाता है कि दरवाजे के दोनों पल्ले पापी ग्रहों को रोकने के लिए बनाए जाते थे, बता दें कि राहु और केतु को पापी ग्रह माना जाता है.
राहु और केतू के दुष्प्रभाव को रोकने में दो पल्ले वाले दरवाजे कारगर माने जाते थे, इन सभी कारणों की वजह से घरों में 2 पल्ले के दरवाजे लगाए जाते थे.
राहु और केतू के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए घर में दो पल्ले वाला दरवाजा लगवाया जाता था और इनके दोनों ओर शुभ और लाभ लिखा जाता था.