May 2, 2024, 12:26 PM IST
अगर आप कभी वृंदावन घूमने गए हैं तो वहां पर बंदरों का आतंक जरूर देखा होगा. शायद आपको भी बंदरों ने कभी परेशान किया हो.
वृंदावन में जब लोग घूमने जाते हैं तो वहां पर बंदर लोगों के चश्मे, पर्स या सामान छीन लेते हैं. अक्सर बंदर मौका मिलते ही छीनते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि, इन बंदरों के प्रति ऐसा न सोचें वह उदंड हैं. यह बंदर ठाकुर जी के साथ खेलते थे. यह लीला करना उनका स्वभाव ही है.
बंदर आपका पर्स या चश्मा ले लेते हैं ताकि आप उन्हें कुछ खाने को दें. ऐसे तो तुम कुछ दोगे नहीं, वह चश्मा निकालकर ले जाते हैं. अब फ्रूटी दो और जाओं.
महाराज जी कहते हैं कि, बाहर से आए हो तुम तो होटल में खाओगे. हमें भी फल खिलाओं. कई बार लोगों का पर्स ले जाते हैं.
ऊपर से नोटों की न्योछावर करते हैं कि न्योछावर करो यहां यह व्रज भूमि है. महाराज जी कहते हैं कि यह सब भगवान की लीला है इसे भाव से देखना है.