Feb 26, 2025, 09:39 AM IST

ताकत की बूटी शिलाजीत कैसे होती है तैयार?

Jaya Pandey

शिलाजीत को ताकत की बूटी कहा जाता है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि आखिर यह मिलती कहां से है और इसे तैयार कैसे किया जाता है.

दरअसल शिलाजीत पहाड़ों की गुफाओं में मौजूद धातुओं और पौधों के घटकों से मिलकर बनती है. इससे ढूंढने वाले लोग खास गंध से गुफा का पता चलाते हैं.

शिलाजीत पत्थर के अंदर ही एक खास घटक के रूप में मौजूद होती है. कारीगर इसे दुकानों पर बेचते हैं जो इसकी सफ़ाई और फ़िल्टर का काम करते हैं.

शिलाजीत बनाने की प्रक्रिया में बड़े पत्थरों को छोटे टुकड़ों में बांटा जाता है और एक बड़ी बाल्टी में एक निश्चित मात्रा में पानी में डुबोया जाता है.

कुछ घंटे बाद शिलाजीत घुले हुए पानी की सतह से गंदगी को हटाया जाता है. इस पानी को हफ्तों तक ऐसा ही रखा जाता है जो एकदम काला हो जाता है.

जब शिलाजीत पत्थरों से पानी में पूरी तरह से घुल चुका होता है तब इस पानी से  हानिकारक कणों को अलग किया जाता है.

फिल्ट्रेशन के लिए खास मशीन का इस्तेमाल किया जाता है. फ़िल्ट्रेशन के बाद शिलाजीत के पानी को शीशे के खानों में रखा जाता है.

महीनों तक यह पानी सूखता रहता है और इस बर्तन में शिलाजीत का पानी डालते रहते हैं ताकि वह भरता रहे.

शिलाजीत बनने के बाद हर खेप को मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा जाता है. मेडिकल टेस्ट में पास होने पर इसे शुद्ध होने का प्रमाण मिलता है.

शुद्ध शिलाजीत में ज़िंक, मैग्नीशियम,आयरन जैसे 85 से अधिक खनिज तत्व पाए जाते हैं. इससे इस्तेमाल से मनुष्य के शरीर में रक्त संचार बढ़ता है और इम्युनिटी में बढ़ोतरी होती है.