अजूबे सिर्फ हमारी धरती तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि अंतरिक्ष में भी चमत्कार मौजूद हैं. आज हम आपको हमारे सौरमंडल के 7 अजूबों के बारे में बताएंगे.
पृथ्वी के आकार से भी बड़ा और विशाल तूफान 190 से अधिक साल से बृहस्पति पर चल रहा है. इसे ग्रेट रेड स्पॉट कहा जाता है.
धरती ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसकी सतह पर तरल जल के महासागर मौजूद हैं. भले ही हम जमीन पर रहते हों लेकिन पानी के ये स्रोत हमारे लिए बेहद जरूरी हैं.
शनि के छल्ले 400 मिलियन साल से भी कम समय पहले बने थे और माना जाता है कि ये 300 साल में ही लुप्त भी हो जाएंगे.
ओलंपस मॉन्स को हमारे सौर मंडल का सबसे ऊंचा पर्वत माना जाता है. यह पर्वत मंगल ग्रह पर एक ढाल ज्वालामुखी है जो 24 किलोमीटर ऊंचा है.
सूर्य की सतह यानी फोटोस्फीयर पर गैस की एक चमकदार परत है जो धरती पर 150 मिलियन किलोमीटर दूर जीवन को शक्ति प्रदान करती है. यह ऊर्जा का ऐसा स्रोत है जो पूरे हीलियोस्फीयर को प्रभावित करता है.
मंगल के बाहर ऐसी जगह है जिसमें लाखों चट्टानी और धातुओं की वस्तुएं हैं. इसे क्षुद्रग्रह बेस्ट के नाम से जाना जाता है जो एक टाइम कैप्सूल है. इसमें शुरुआती सौर मंडल के अवशेष हैं.
शनि के 146 चंद्रमा हैं लेकिन उनमें से कोई भी एन्सेलेडस जैसा नहीं है. इसमें वैज्ञानिकों की बेहद रुचि है क्योंकि यहां भूमिगत महासागर और दूसरे कार्बनिक पदार्थ मौजूद हैं.