Dec 24, 2024, 05:12 PM IST

क्या है Bombay Blood Group? मुंबई से है खास नाता

Jaya Pandey

A, B, AB और O सबसे सामान्य ब्लड ग्रुप हैं. लेकिन भारत में पाया जाने वाला एक दुर्लभ ब्लड ग्रुप भी है जिसे बॉम्बे ब्लड ग्रुप के नाम से जाना जाता है. 

बॉम्बे ब्लड ग्रुप की खोज साल 1952 में डॉ. वाई.एम भेंडे ने की थी. इसे तत्कालीन बॉम्बे शहर में खोजा गया था इसलिए इसका नाम बॉम्बे ब्लड ग्रुप पड़ गया. 

बॉम्बे ब्लड ग्रुप को hh भी कहा जाता है. दक्षिण एशिया में यह ब्लड ग्रुप सबसे ज्यादा पाया जाता है. इस ब्लड ग्रुप में रेड ब्लड सेल्स की सतह में A और B दोनों ही एंटीजन नहीं पाए जाते. 

बॉम्बे ब्लड ग्रुप में शुगर मॉलिक्यूल्स नहीं पाए जाते. इस खून के प्लाज्मा के अंदर A, B और H एंटीबॉडी पाया जाता है. इसे ABO ब्लड ग्रुप भी कहा जाता है.

यह ब्लड ग्रुप दुनिया की केवल 0.0004 प्रतिशत आबादी में पाया जाता है जिसकी वजह से इसे काफी दुर्लभ ब्लड ग्रुप माना जाता है.

इस ब्लड ग्रुप में H एंटीजन नहीं पाया जाता बल्कि इसमें एंटी H एंटीबॉडी मौजूद होती है. दुर्लभ ब्लड ग्रुप होने के बावजूद इस ग्रुप के लोग सामान्य जीवन जीते हैं.

हालांकि इस ब्लड ग्रुप के लोगों को तब समस्या आती है जब उन्हें खून चढ़ाने की जरूरत होती है. यह ब्लड ग्रुप O जैसी समानता वाला होता है लेकिन इन्हें O ब्लड ग्रुप का खून नहीं चढ़ाया जा सकता.