क्या है IVG टेक्निक जिससे लैब में पैदा होंगे बच्चे?
Jaya Pandey
क्या आप ऐसी दुनिया की कल्पना कर सकते हैं जहां किसी महिला और पुरुष को बच्चा पैदा करने की जरूरत न हो और लैब में बच्चे पैदा हो जाएं?
भले ही आपको यह बात किसी साइंस फिक्शन जैसी लग रही हो लेकिन ब्रिटेन के साइंटिस्ट ऐसा करने के बेहद करीब पहुंच चुके हैं.
ब्रिटेन के ह्यूमन फर्टिलाइजेशन एंड एम्ब्रियोलॉजी अथॉरिटी (HFEA) ने ऐसी टेक्निक विकसित की है जिसकी मदद से लैब के अंदर ही एग और स्पर्म बनाए जा सकेंगे.
साइंटिस्ट ने इस तकनीक को इन विट्रो गैमेट्स या IVG टेक्निक का नाम दिया है. इसमें एग और स्पर्म को लैब में तैयार करने के लिए स्किन या स्टेम सेल की जरूरत होगी.
अगर यह तकनीक सफल रहती है तो यह उन कपल्स के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो किसी भी वजह से बच्चा पैदा करने में दिक्कतों का सामना कर रहे हैं.
इस टेक्निक से सोलो पैरेंट्स या समलैंगिक कपल्स भी पैरेंट्स बन सकते हैं और अपने परिवार को आगे बढ़ा सकते हैं और इससे उम्र भी बेबी प्लानिंग में बाधा नहीं बनेगी.
इस तकनीक में एक ही इंसान के स्टेम सेल से एग और स्पर्म दोनों ही तैयार किए जा सकेंगे. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह तकनीक अगले 10 सालों में हकीकत बन सकती है.
हालांकि इस तकनीक की कुछ जानकार आलोचना भी कर रहे हैं क्योंकि इससे आनुवंशिक विकारों का जोखिम भी बढ़ सकता है.