स्पेस स्टेशन में एस्ट्रोनॉट्स लंबे समय तक रिसर्च और एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं. इससे हमारे अंतरिक्ष के बारे में काफी अहम बातों का पता चलता है.
हालांकि इसे 1984 से ही डिजाइन किया जाना शुरू किया जा चुका है. अब तक 18 देशों के लगभग 237 एस्ट्रोनॉट्स इसका दौरा कर चुके हैं.
ऐसे में किसी देश के लिए अपना खुद का स्पेस स्टेशन होना बहुत बड़ी उपलब्धि होता है. हालांकि अब तक सिर्फ 3 देशों खुद का स्पेस स्टेशन लॉन्च कर चुके हैं.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने 1973 में स्काइलैब लॉन्च किया था जिसे लंबी अवधि के लिए डिजाइन किया गया था.
रूस ने 1971 में सैल्यूट 1 से शुरू होकर छह और स्पेस स्टेशनों को प्रक्षेपित और संचालित किए, जिसका समापन सैल्यूट 7 के रूप में हुआ. यह लगभग 9 वर्षों तक संचालिय रहा. इसके अलावा मीर नाम से भी स्पेस स्टेशन लॉन्च किया गया.
चीन ने तियांगोंग 1 और 2 नाम के स्पेस स्टेश साल 2011 और 2016 में लॉन्च किए थे.
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई है कि भारत के पास भी साल 2035 तक अपना खुद का स्पेस स्टेशन होगा.