Feb 22, 2025, 09:38 AM IST

ठंड या डर लगने पर क्यों खड़े हो जाते हैं रोंगटे?

Jaya Pandey

अक्सर ठंड या डर लगने पर हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि हमारा शरीर ऐसी प्रतिक्रिया क्यों करता है?

गूजबंप हमारे शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं. छोटे-छोटे बाल त्वचा के पास गर्मी को रोककर हमें ठंड से बचाते हैं.

बहुत ज्यादा उत्साहित होने, पुरानी यादें ताजा होने या अचरज से भी हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ऐसा तब होता है जब हमारी भावनाएं एड्रेनालाइन के स्तर को बढ़ा देती हैं. 

कुछ जानवर खुद को बड़ा दिखाने के लिए भी अपने फर को ऊपर उठा लेते हैं. इंसानों में भी यह रिफ्लेक्स है. शिकारियों का सामना करने के लिए यह शुरुआती मनुष्यों के लिए उपयोगी था.

कुछ लोगों को अच्छा म्यूजिक सुनकर या भावनात्मक क्षणों से भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं. इसे फ्रिसन कहा जाता है यह तब होता है जब मस्तिष्क डोपामाइन जारी करता है.

शरीर तनाव के प्रति त्वचा की मांसपेशियों को कसकर प्रतिक्रिया देता है. यह शरीर को खतरे की स्थिति में प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करता है.