Mar 6, 2025, 05:04 PM IST
मृत्यु के बाद मृतक की यादें और उससे जुड़ी चीजें ही हमारे पास रह जाती हैं. आमतौर पर गहने आदि को छोड़कर मृत व्यक्ति से जुड़ी चीजों का दान कर दिया जाता है.
गहनों को लेकर कई लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि मृत्यु के बाद मां या सास के गहने रखने का अधिकार किसे होता है, तो आइए जानें...
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महिला अगर जीवित हैं और वह अपने गहने अपनी बहु को दे दें, या अपनी देवरानी, जेठानी किसी अन्य को दे दें वो अलग बात है.
लेकिन, मृत्यु के बाद महिला के शरीर पर मौजूद गहनों पर केवल बेटी का अधिकार होता है, इसके अलावा ऐसे गहने बेटी के बेटी को भी दिया जा सकता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन गहनों का इस्तेमाल अगर कोई और करता है तो यह उनके लिए अशुभ हो सकता है और इसका परिणाम अच्छा नहीं होता है.
गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर किसी महिला ने घड़ी पहन रखी है तो मृत्यु के बाद इसका इस्तेमाल भूलकर भी किसी को भी नहीं करना चाहिए.
ऐसा माना जाता है मृतक की घड़ी बुरे समय को दर्शाती है और इस घड़ी के इस्तेमाल से पितृ दोष लगता है. इसलिए घड़ी को बहती जलधारा में प्रवाहित कर दें या मिट्टी में दबा दें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)