Mar 27, 2024, 02:55 PM IST

श्रीराम ने कौशल्या की वजह से निकाल ली थी अपनी आंख 

Smita Mugdha

प्रभु श्रीराम अपनी मां कौशल्या से बहुत प्रेम करते थे, ये बात तो हम सभी जानते हैं.

क्या आप जानते हैं कि प्रभु रान ने अपनी मां कौशल्या की कही बात याद कर अपनी आंख पूजा के लिए अर्पित करने वाले थे. 

लंका विजय के लिए निकलने से पूर्व प्रभु राम ने विजयी होने की मनोकामना पूर्ति के लिए देवी चंडी की आराधना की थी.

मां चंडी के 9 रूपों की पूजा के लिए 9 कमलों की जरूरत होती है, लेकिन पूजा के वक्त एक कमल कम पड़ गया था. 

तब प्रभु राम को याद आया कि उनकी मां कौशल्या उन्हें राजीवलोचन यानी कमल समान नेत्रों वाला कहती थीं. 

एक कमल की कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी एक आंख निकालकर अर्पित करनी चाही थी. 

तब देवी चंडी ने प्रसन्न होकर उन्हें दर्शन दिए थे और लंका से विजयी होकर लौटने का आशीर्वाद भी दिया था.  

प्रभु राम और माता सीता दोनों ही देवी चंडी और दुर्गा मां के 9 रूपों की उपासना करते थे. 

बहुत सी जगहों पर माता सीता को भी देवी के रूपों में से एक माना जाता है और उनकी उपासना शक्ति के प्रतीक के तौर पर होती है.