Apr 1, 2025, 07:27 AM IST

रावण अपने भाई विभीषण की बेटी से क्यों डरता था? 

Ritu Singh

  विभीषण की पुत्री को बहुत ही सुंदर, दयालु और बहुत बुद्धिमान थी, लेकिन रावण इस कन्या से क्यों भय खाता था.

विभीषण की पुत्री कौन थी? धार्मिक ग्रंथों के अनुसार विभीषण की पुत्री का नाम त्रिजटा था.

वही त्रिजटा जो अशोक वाटिका में देवी सीता का मनोबल कभी गिरने नहीं दी और उनकी रक्षा के लिए सदा उनके साथ खड़ी थी.

वह रावण की भतीजी थी. त्रिजटा की माता का नाम शर्मा था. जब सभी राक्षसियां देवी ​​सीता को रावण से विवाह करने के लिए डरा रही थीं तब त्रिजटा ने हस्तक्षेप किया था.

 उन्होंने सीता के साथ ऐसा व्यवहार करने के लिए अपने साथी राक्षसों को डांटा और उनसे माफ़ी मांगने को कहा था.

त्रिजटा ने अपनी सखियों और सीता को अपने भविष्यसूचक स्वप्न के बारे में बताया, जिसमें उसने देखा कि एक वानर द्वारा लंका को जलाया जा रहा है, 

और हनुमान और भगवान राम सीता को बचाने के लिए आ रहे हैं.त्रिजटा ने राक्षसों से सीता को परेशान करने के बजाय उनकी सेवा करने को कहा था.

त्रिजटा अस्त्र-शस्त्रों और जादुई शक्तियों के बारे में बहुत कुछ जानती थी. त्रिजटा अपनी दिव्य शक्तियों से सीता को हर घटना की जानकारी देती थी.

और रावण त्रिजटा की दिव्य शक्तियों के बारे में जानता था, इसलिए वह उससे डरता था.

वह जब भी बोलती थी, जो भी कहती थी, हमेशा सच होती थी. रावण यह भी जानता था कि त्रिजटा भगवान विष्णु से प्रेम करती है और उनकी पूजा करती है.

 Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.