Mar 21, 2024, 12:43 PM IST

जानें तिरुपति बालाजी मंदिर से जुड़ी 10 रोचक बातें

Puneet Jain

भारत अपनी संस्कृति, आस्था और मंदिरों के लिए दुनिया भर में काफी प्रसिद्ध है.

उन मंदिरों में तिरुपति बालाजी मंदिर का नाम भी शुमार है, जो अपने चमत्कारों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. आज हम आपको इससे जुड़ी 10 ऐसी रोचक बातें बताएंगें जो बहुत कम लोग जानते हैं.

कहा जाता है कि मंदिर में स्थापित भगवान वेंकटेश्वर की प्रतिमा पर लगे बाल एकदम असली है, जो हमेशा मुलायम रहते है. मान्यता है कि भगवान यहां खुद विराजते हैं जिसके कारण उनके बाल कभी नहीं उलझते हैं.

माना जाता है कि भगवान वेंकटेश की प्रतिमा पर कान लगाकर सुनने पर समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई देती है. जिसके कारण मूर्ति हमेशा नम रहती है.

मान्यता है कि मंदिर के मुख्य द्वार के दाई ओर पर स्थित घड़ी से भगवान बालाजी की बालपन में पिटाई हुई थी जिसकी वजह से उन्हें ठुड्डी पर चोट लगी थी. इसी कारण हर शुक्रवार को उनकी ठुड्डी पर चंदन का लेप लगाया जाता हैं. 

तिरुपति बालाजी मंदिर में एक दिया हमेशा जलता रहता है. बिना किसी ईंधन के जलता है यह दीपक.

जब आप मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे तो आपको लगेगा की प्रतिमा गर्भ गृह के मध्य में स्थित है. वहीं गर्भ गृह से बाहर आकर आपको लगेगा कि प्रतिमा दाई ओर स्थित है.

मंदिर में भगवान बालाजी की प्रतिमा पर पचाई कपूर का इस्तेमाल किया जाता है. वैज्ञानिकों की माने तो इसे किसी भी पत्थर पर लगाने से कुछ समय बाद वह पत्थर चटक जाता है लेकिन बालाजी की प्रतिमा पर इसका कोई असर नहीं होता.

कहा जाता है कि हर गुरुवार को बालाजी को स्नान करवाकर उन्हें चंदन का लेप लगाया जाता है और जब लेप को हटाया जाता है तो उनके हृदय पर लगे चंदन में देवी लक्ष्मी की छवि उभर कर सामने आती है.

मान्यता है कि बालाजी में माता लक्ष्मी का रूप समाया हुआ है जिस कारण प्रतिमा को प्रतिदिन नीचे धोती और ऊपर साड़ी पहनाई जाती है.

भगवान बालाजी के मंदिर से करीब 23 किमी दूर एक गांव है जिसमें बाहरी व्यक्तियों का आना मना है. कहा जाता है कि बालाजी को चढ़ने वाले फूल, फल दूध, दही और घी सब इसी गांव से आते हैं.

कहा जाता है कि मंदिर को काफी ठंडा रखा जाता है इसके बावजूद भी मंदिर में बालाजी की मूर्ति पर पसीने की बूंदे देखी जाती है और उनकी पीठ भी नम रहती है.