Dec 11, 2023, 04:40 PM IST
उत्तराखंड में सूर्यकुंड नामक जगह है जहां कुंती ने कर्ण को जन्म दिया था.
उत्तराखंड में एक गांव है पांडुकेश्वर, माना जाता है कि पांडवों के पिता ने अपने श्राप का प्रायश्चित करने के लिए यहीं तपस्या की थी.
माना जाता है कि उत्तराखंड में द्रोण सागर झील है जो पांडवों ने गुरु द्रोणाचार्य को गुरुदक्षिणा देने के लिए बनवाया था.
हरियाणा में स्थित कुरुक्षेत्र में ही महाभारत का युद्ध हुआ था.
कुरुक्षेत्र में ही भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को भागवत गीता का उपदेश दिया था.
महाभारत युद्ध के बाद पांडव भगवान शिव के दर्शन करना चाहते थे और अपने पापों को धोना चाहते थे.
मगर तब भगवान शिव ने बैल का रूप धारण कर लिया था. ऐसे में जब भी पांडव उनकी पूंछ पकड़ते थे वह 5 अलग स्थानों पर गायब हो जाते थे.
इसके बाद पांडवों ने 5 जगह शिव मंदिर की स्थापना करवाई जो पंच केदार के नाम से जाना जाता है.