कलयुग में 7 देव पुरुष चिरंजीवी माने गए हैं इनमें रामायण काल से लेकर महाभारत युग तक के महापुरुष शामिल हैं.
कलयुग में ये 7 देव पुरुष चिरंजीवी कौन हैं चलिए जान लें.
हनुमान जी (Hanuman Ji)-बजरंगबली को अजर-अमर का आशीर्वाद मिला है. हनुमान जी का त्रेता युग के हजारों साल बाद महाभारत में भी जिक्र है. हनुमान जी आज भी धरती पर मौजूद हैं. इसी वजह से उन्हें कलयुग का देवता भी कहा जाता है.
कृपाचार्य (Kripacharya)-कृपाचार्य एक महान ऋषि थे. वह कौरवों के कुलगुरु और अश्वथामा के मामा थे. देव पुरुष कृपाचार्य को भी चिरंजीवी का वरदान प्राप्त है.
महर्षि व्यास (Maharshi Vyas)-महर्षि व्यास ऋषि पराशर और माता सत्यवती के पुत्र थे. महर्षि व्यास को चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त है वह आज भी अमर हैं.
अश्वत्थामा (Aswathama)-अश्वत्थामा एक श्राप के कारण अमर हैं. अश्वत्थामा को भगवान श्रीकृष्ण ने दुनिया के अंत तक जीवित रहने का श्राप दिया था.
राज बलि (Asur Raj Bali)-असुर राजा बलि को माना जाता है कि वह आज भी जीवित हैं.
विभीषण (Vibhishan)-रावण के छोटे भाई विभीषण को भी चिरंजीवी का वरदान था. विभीषण ने अपने भाई रावण के विरुद्ध जाकर सत्य का साथ दिया था. प्रभु श्रीराम में लंका विजय के बाद यहां का राज विभीषण को सौंपा था.
परशुराम (Parshuram Bhagwan)-भगवान विष्णु ने छंठा अवतार भगवान परशुराम के रूप में लिया था. भगवना परशुराम का जन्म सतयुग में हुआ था ऐसा माना जाता है कि परशुराम भगवान आज भी जिंदा है. इन्हें अमर माना जाता है.