आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल से नंद वंश को नष्ट कर एक साधारण बालक चंद्रगुप्त को मौर्य वंश का सम्राट बना दिया.
आज के परिवेश में भी चाणक्य की नीतियां उतनी ही कारगर हैं और बेहतर जीवन और सफलता का मार्ग खोलने वाली होती हैं.
चाणक्य कहते हैं कि जहां पैसा आपको मुसीबत से बाहर निकाल सकता है, वहीं विद्या सबसे बड़ी संपत्ति है.
लेकिन किस स्थिति में ज्ञान और धन भी कोई काम नहीं आता? ये भी चाणक्य ने बताया है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार किताबों में लिखा ज्ञान काम नहीं आता इसका अर्थ यह है कि जो ज्ञान किताबों तक ही सीमित है, उसका समय आने पर उपयोग नहीं किया जा सकता.
इसलिए व्यक्ति को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान का होना भी आवश्यक है. क्योंकि अधूरा ज्ञान आपको परेशानी में डाल सकता है.
चाणक्य कहते हैं कि दूसरों के पास छोड़ा हुआ धन किसी काम का नहीं होता. इसलिए व्यक्ति को हमेशा अपने पास पैसा रखना चाहिए.
अक्सर लोग अपना पैसा दूसरों को दे देते हैं, जिसे समय पर पूरा करना मुश्किल होता है.