Jan 29, 2024, 09:37 AM IST

सरकारी नौकरी छोड़, अयोध्या के पुजारी बने थे ये शख्स, 100 रुपये पर हुई थी नियुक्ति

Nitin Sharma

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से लगातार राम भक्तों की भीड़ लगी हुई है. 

श्रीराम मंदिर के दर्शन करने के लिए लाखों लोग पहुंच रहे हैं. लोग राम के नाम में मस्त है. ठीक ऐसी ही कहानी श्री राममंदिर के मुख्य पुजारी की है. 

श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी 83 साल के आचार्य सत्येंद्र दास हैं. वह राम की भक्ति में इस कदर मस्त थे की बचपन में ही घर छोड़कर पिता की आज्ञा लेकर अयोध्या आ गये. 

आचार्य सत्येंद्र दास ने संस्कृत विद्यालय से आचार्य की डिग्री भी हासिल की. 

पढ़ाई पूरी करने के बाद आचार्य सत्येंद्र दास को 1976 में अयोध्या के ही संस्कृत महाविद्यालय के व्याकरण विभाग में सहायक अध्यापक की सरकारी नौकरी मिल गई, लेकिन सत्येंद्र दास का मन तो राम की भक्ति में लगा था. 

आचार्य सत्येंद्र दास ने सरकारी नौकरी छोड़कर अयोध्या राम मंदिर में पुजारी के रुप में नियुक्त हो गये. सत्येंद्र जैन की यह नियुक्ति मात्र 100 रुपये पर हुई. 

आचार्य सत्येंद्र दास को कई सालों तक सैलरी के रूप में मात्रा 100 रुपये ही मिलते थे. इसके बाद सन 2000 में 1000 रुपये सैलरी की गई. यह 2018 तक 12 हजार रुपये हो गई. 

आचार्य सत्येंद्र दास के पिता अभिराम दास 1949 में रामलला की प्रतिमा स्थापित करने वाले बैरागियों में से एक थे. 

अब सत्येंद्र दास अयोध्या श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी हैं. उन्हें 32900 रुपये हर माह सैलरी के रूप में मिलते हैं.