May 23, 2024, 03:13 PM IST

इस उम्र में संन्यासी बने थे गौतम बुद्ध, जानें क्या हुआ पत्नी और बेटे का हाल

Nitin Sharma

आज बुद्ध पूर्णिमा है. इस दिन को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था. इसी के उपलक्ष में बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है. 

गौतमु बद्ध जन्म से ही संन्यासी नहीं थे. वह गृहस्थ जीवन छोड़कर अध्यात्म के मार्ग पर चले और संन्यासी बन गये. 

महात्मा बुद्ध का जन्म राजा शुद्धोधन और महारानी मायादेवी के घर में हुआ था. राजा परिवार में जन्में गौतम बुद्ध का नाम सिद्धार्थ था. 

16 वर्ष की उम्र में महात्मा बुद्ध यानी सिद्धार्थ की शादी कोलिया वंश के राजा सुप्पा बुद्ध की बेटी यशोधरा से हुई. 

शादी के 13 साल बाद सिद्धार्थ की पत्नी यशोधरा ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम राहुल रखा गया. 

बेटे का जन्म होने के बाद ही सिद्धार्थ ने शाही जीवन त्याग​ दिया और वो संन्यासी बन गये. 

सिद्धार्थ घर बार छोड़कर संन्यासी जीवन की तरफ चल दिये. उन्होंने छह सालों तक कड़ी तपस्या की और सिद्धार्थ से गौतम बुद्ध बने. 

गौतम बुद्ध के संन्यासी बनने पर उनकी पत्नी यशोधरा ने भी शाही जीवन त्यागकर बगीचे में बेटे के साथ एक झोपड़ी बनाकर रहने लगी.

कई सालों बाद यहां गौतमबुद्ध 100 साधु संतों के साथ राजमहल वापिस लौटे, यहां यशोधरा की झोपड़ी में जाकर गौतमबुद्ध ने मुलाकात की. 

यशोधरा ने गौतमबुद्ध से बेटे संग खुद को शरण में लेने की गुहार लगाई. इसके बाद यशोधरा भिक्षुणी बन गई. इसी के बाद उनका नाम गौतमी पड़ा.