Nov 16, 2023, 10:37 PM IST

इन 7 चीजों के बिना अधूरा होता है छठ मैया का प्रसाद

Nitin Sharma

छठ महापर्व पर प्रसाद में ठेकुआ जरूर शामिल किया जाता है. यह माता रानी का सबसे प्रिय भोग होने के साथ ही प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. इसे आटे से घर में ही बनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ठेकुए को महाप्रसाद माना गया है.

ज्योतिष शास्त्र में केले को सबसे शुद्ध और शुभ फलों में शामिल किया गया है. यह भगवान विष्णु का प्रिय फलों में से एक है. वहीं माना जाता है कि छठ मैया को भोग स्वरूप केला पसंद हैं. उनके भोग के बाद केले को प्रसाद के रूप में शामिल किया जाता है. इस पूजा में पक्के केले के साथ ही कच्चे केले को भी अर्पित किया जाता है.

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो डाभ नींबू भी पवित्र और शुभ फलों में से एक है. यह फल नींबू से बड़ा होता है. छठ महापर्व पर इस मैया के भोग प्रसाद में चढ़ाया जाता है. 

माता के किसी भी स्वरूप की पूजा में नारियल का विशेष महत्व है. ठीक इसी तरह नारियल के बिना छठपर्व का प्रसाद भी अधूरा ही माना जाता है. छठ के दिन पानीवाला  नारियल प्रसार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.

गन्ना चीनी बनाने के काम आता है. छठ पर्व पर इसे फलों में शामिल किया जाता है. माना जाता है कि छठी मैया को गन्ना बहुत ही प्रिया था. ऐसे में छठ पर्व के दिन गन्ना प्रसाद के रूप में जरूर रखें. इससे माता रानी प्रसन्न होती हैं.

सर्दी में सिंघाड़े का सेवन खूब किया जाता है. इस फल को शुद्ध भी माना जाता है. यह फल छठ के प्रसाद में शामिल करने पर विशेष कृपा प्राप्त होती है. छठ मैया प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं.

हिंदू धर्म में ज्यादातर पूजा अर्चना और हवन में सुपारी का इस्तेमाल किया जाता है. छठ मैया की पूजा अर्चना से जेकर उनके भोग प्रसाद में सुपारी को शामिल ​किया जाता है. इसे शामिल कर संकल्प ​लिया जाता है, जो पूर्ण होता है.