Apr 2, 2024, 03:01 PM IST

क्यों मेहंदीपुर बालाजी के प्रसाद को घर लाने की है मनाही?

Puneet Jain

भारत में कई रहस्यमयी और चमत्कारी मंदिर हैं. इन्हीं में से एक राजस्थान के दौसा में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर है. 

यहां आने वाले श्रद्धालुओं को एक सप्ताह पहले से ही लहसुन, प्याज, अंडा, मांस, शराब आदि का सेवन बंद करना होता है.  

कहा जाता है कि भूत, प्रेत और पिशाच से मुक्ति पाने के लिए लाखों की संख्या में लोग यहां अर्जी लगाया करते हैं.  

मान्यता है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के दरबार में कदम रखते ही बुरी शक्तियां जैसे भूत, प्रेत, पिशाच भाग जाती हैं. 

कथित तौर पर कहा जाता है कि यहां आत्माओं को शरीर से मुक्ति दिलाने के लिए कठिन प्रक्रिया की जाती है. शरीर को कष्ट भी दिए जाते हैं.

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की एक खास बात यह है कि यहां बालाजी को लड्डू, प्रेतराज को चावल और भैरों बाबा को उड़द दाल का प्रसाद चढ़ाया जाता है.

कहा जाता है कि बालाजी के प्रसाद के दो लड्डू खाने सेृ मौजूद भूत-प्रेत अजीब हरकतें करने लगता है. 

 मान्यता है कि इसके प्रसाद को कभी घर पर नहीं लाना चाहिए. ऐसा करने से आपके ऊपर प्रेत-साया आ सकता है. 

यहां का एक नियम है कि दर्शन के बाद घर लौटते समय यहां से खाने पीने की कोई भी चीज घर नहीं लानी चाहिए.

मान्यताओं के अनुसार मंदिर में दर्शन करने के बाद भक्तों को कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए. ऐसा करने से आपके ऊपर प्रेत-साया आ सकता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)