May 27, 2024, 08:41 PM IST

युधिष्ठिर की एक गलती से महाभारत में पांडव जुए में हारे थे  

Ritu Singh

उद्धव भागवत में कृष्ण ने युधिष्ठर के एक गलत निर्णय को जुए में हार और दुर्योधन की जीत की वजह बताई थी.

कृष्ण ने उधव को बताया था कि दुर्योधन ने सृष्टि के नियमों के अनुसार जुआ खेला था और युधिष्ठिर यहीं एक भूल कर गए थे.

भगवान श्रीकृष्ण ने उद्धव से कहा कि सृष्टि का नियम है कि विवेकवान ही जीतता है. 

उस समय दुर्योधन के पास विवेक था, धर्मराज युधिष्ठिर के पास विवेक ही नहीं था.

दुर्योधन को पासे फेंकना नहीं आता था लेकिन उसने अपने मामा शकुनि को इसके लिए चुना. यही विवेक है उसकी जीत का कारण बना. 

जबकि धर्मराज भी इस खेल से अनभिज्ञ थे और वह उन्हें (कृष्ण) को खेल के लिए चुन सकते थे लेकिन पांडवों ने ऐसा नहीं किया.

अगर शकुनी और वह खेलते तो जीत किसकी होती और पासे में अंक क्या आता वह सब कुछ उन पर था, 

क्योंकि वे अपने दुर्भाग्य से खेल उनसे छुपकर खेलना चाहते थे. वे नहीं चाहते थे, उन्हें पता चले कि जुआ खेला जा रहा है.

लेकिन पांडवों ने उन्हें इस खेल में शामिल नहीं किया, इस बात के लिए उन्हें क्षमा किया जा सकता है. 

लेकिन उन्होंने विवेक-शून्यता से एक और बड़ी गलती की और वह यह कि उन्होंने उनसे  सभाकक्ष में न आने को कह दिया था.