Apr 3, 2024, 01:56 PM IST

उड़कर या तैरकर, हनुमान जी कैसे पहुंचे थे समुद्र पार लंका? जानें सच

Aman Maheshwari

माता सीता का पता लगाने के लिए हनुमान जी समुद्र पार कर लंका गए थे. हनुमान जी के लंका जाने को लेकर लोगों की अलग-अलग मान्यताएं हैं.

कई लोगों की मान्यता है कि वह समुद्र पार तैरकर गए थे जबकि कई लोग मानते हैं कि उड़कर समुद्र पार किया था. एक मत यह भी है कि वह एक टापू से दूसरे टापू छलांग लगाते हुए लंका पहुंचे थे.

सनत कुमार, नारद मुनि और हनुमान जी तीन ऐसे देवता थे जो आकाशमार्ग से विचरण करते थे. हनुमान जी की उड़ान शक्ति के बारे में कई बार वर्णन किया गया है.

बचपन में वह सूर्य को फल समझकर आकाश में उड़े थे. हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां प्राप्त हैं. इनमें से एक लघिमा शक्ति है.

लाघिमा शक्ति से उड़ा जा सकता है. इसी शक्ति के बल पर हनुमान जी ने उड़कर समुद्र पार किया था. हनुमान जी के उड़ने के बारे में हनुमान चालीसा में भी जिक्र है.

"प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माई जलधि लांघ गए अचरज नाहीं" यहां पर जलधि समुद्र के लिए और पार करने के लिए लांघना शब्द है. लांघने का अर्थ उड़कर पार करना होता है.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.