Dec 28, 2023, 06:09 PM IST
ऐसा माना जाता है की महाभारत के युद्ध से पहले श्री कृष्ण ने अर्जुन और हनुमान जी को द्वारका नगरी बुलाया था.
इस दौरान अर्जुन ने अपने महान धनुर्धन होने का हनुमान जी को घमंड दिखाया.
लेकिन हनुमान जी मे पलभर में ही अर्जुन का घमेंड तोड़ दिया.
इस घटना के बाद श्री कृष्ण ने अर्जुन को उनकी भूल का एहसास दिलाया और हनुमान जी से यह आग्रह किया की वह अर्जुन के रथ पर ध्वजा के रूप में स्थापित हों.
हनुमान जी ने श्री कृष्ण की यह बात मान ली लेकिन एक शर्त के साथ.
ठीक उसी प्रकार वे महाभारत के युद्ध में भी उन्हें ज्ञान का सार दें.
कहा जाता है की 18 दिन तक महाभारत के युद्ध में हनुमान जी अर्जुन के रथ पर ध्वज के रूप में स्थापित थे.
मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है की हनुमान जी ने ही अर्जुन के रथ की रक्षा की थी.
यह खबर सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.