हनुमान जी को गदा अस्त्र के रूप में कुबेर देवता से प्राप्त हुई थी. जब उन्होंने सूर्य को फल समझकर खाने का प्रयास किया तब हर तरफ अंधकार छा गया था.
उस समय सभी देवता बजरंगबली की शक्तियों से अवगत हो गए और उन्हें दिव्य अस्त्र-शस्त्र दिए थे. उसी समय हनुमान जी को गदा मिली थी.
हनुमान जी की इस गदा का नाम कौमोदकी थी. बजरंगबली ने इस गदा से कई राक्षसों का संहार किया था.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, हनुमान जी की गदा सोने से बनी विशाल और बेहद वजनी थी. उन्होंने इस गदा के एक बार से रावण के रथ को तहस-नहस कर दिया था.
श्रीलंका में खुदाई के दौरान एक गदा प्राप्त हुई थी, जो सोने की बनी थी. इसका वजन 1000 किलोग्राम से भी अधिक माना जाता है. यह हनुमान जी की गदा मानी जाती है.
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